पंजाब पुलिस के ASI की दादागीरी:बठिंडा में सड़क किनारे खड़े रेहड़ी वाले को थप्पड़ जड़ा; CCTV में कैद हुई करतूत, पहले भी ऐसे कई मामले हो चुके हैं
पंजाब के बठिंडा शहर में पुलिस के सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) की दादागीरी सामने आई है। ASI ने सड़क किनारे रेहड़ी लगाकर खड़े व्यक्ति को थप्पड़ जड़ दिया। यह करतूत वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। हालांकि अभी तक पुलिस अफसरों ने कानून के उलट काम करने वाले पुलिस कर्मी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। मामला भट्टी रोड पर सामने आया।
पुलिस के मुताबिक, यहां रेहड़ी लगाने की वजह से ट्रैफिक बाधित होता था। कई बार रेहड़ी वाले को समझाया गया था कि वे यहां रेहड़ी न लगाएं। इसके बावजूद वे नहीं माने तो एएसआई सरकारी गाड़ी में वहां पहुंचा। रेहड़ी वाले को देखते ही उसका पारा चढ़ गया। उसने उतरकर रेहड़ी वाले को कुछ नहीं कहा और सीधे थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद वह अपनी गाड़ी में बैठकर चला गया।
बठिंडा के थाना सिविल लाइन के एसएचओ रविंदर सिंह ने इतना जरूर कहा कि उसे समझाकर हटा सकते थे, लेकिन थप्पड़ मारना ठीक नहीं है। अफसर भी मानते हैं कि अगर रेहड़ी वाला नहीं मान रहा था तो उसकी रेहड़ी जब्त की जा सकती थी। पुलिस उसके खिलाफ ट्रैफिक बाधित करने का केस भी दर्ज कर सकती थी।
डीएसपी ने सीएम वाली चारपाई पर रखा था पैर
बठिंडा पुलिस का यह पहला कारनामा नहीं है। इससे पहले भी यहां के डीएसपी गुरजीत रोमाणा का एक वीडियो सामने आया था। रोमाणा उस चारपाई पर पैर रखकर खड़े थे, जिस पर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी बैठे थे। इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन माना गया। हालांकि रोमाणा का कहना था कि चारपाई उस हिस्से से उठी हुई थी। इस वजह से उन्होंने पैर रखकर उसे दबाया था।
फगवाड़ा में SHO ने सब्जी की टोकरी को मारी थी लात
इससे पहले फगवाड़ा में मामला सामने आया था। जहां एसएचओ नवदीप सिंह ने सब्जी की टोकरी को लात मार दी थी। एसएचओ ने तर्क दिया था कि कोरोना फैलने की वजह से उन्हें दुकान न लगाने को कहा गया था। इसके बावजूद वे नहीं माने। हालांकि मामला वायरल होने के बाद तत्कालीन डीजीपी दिनकर गुप्ता ने एसएचओ को सस्पेंड कर दिया था।
जालंधर में दिव्यांग को मारे थे लात-थप्पड़
इससे पहले जालंधर में पैरों से लाचार 90% दिव्यांग व्यक्ति को बस्ती बावा खेल में तैनात ASI रघुवीर सिंह पहले लात मारी थी। फिर उसके मुंह पर थप्पड़ मारे थे। इस दौरान दिव्यांग अपने बचाव के लिए खड़ा या वहां से आगे-पीछे भी नहीं हो सका। ASI की यह करतूत वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत कर दी। इस मामले में DGP, IG व पुलिस कमिश्नर के स्तर पर तो कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन नेशनल SC कमीशन ने पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट तलब कर ली। जिसके बाद ASI रघुवीर सिंह को सस्पेंड किया गया था।