डेंगू की रोकथाम के उपाय:बरनाला में एक महीने में 95 जगह मिला डेंगू का लारवा, 9 लोगों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
जिले में एक माह में 95 जगह से डेंगू का लारवा मिला है जिसे सेहत विभाग की टीम ने नष्ट कर दिया है और इसकी रिपोर्ट प्रशासन को अगली कार्रवाई के लिए भेज दी है। जिले में इस हफ्ते डेंगू के 9 नए मरीज आए हैं। सेहत विभाग की 72 टीमें डेंगू का लारवा नष्ट करने में लगी हुई हैं।
सीएमओ बरनाला डॉ. जसवीर सिंह औलख ने कहा कि इस हफ्ते डेंगू के 9 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 6 शहर बरनाला के हैं, एक संघेड़ा, एक शैहना व एक गांव भोतना का है। उन्होंने कहा कि यहां से भी डेंगू के प्रभावित मरीज मिले हैं। वहां टीमें लारवा चेक करने में जुटी हुई हैं और आसपास के घरों के लोगों का भी मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। नगर कौंसिल के ईओ मोहित शर्मा ने बताया कि अब तक करीब 2 दर्जन लोगों का जुर्माना किया जा सका है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता सेमिनाकर करवाकर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक किया जाता है।
इन उपायाें से करें डेंगू से बचाव
- डेंगू से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनें।
- अपने घर के परिसर को हमेशा साफ रखें ताकि मच्छर न पनपें।
- डेंगू से बचने के लिए खिड़कियों में जालियां लगाएं।
- यदि जरूरत न हो तो बार-बार दरवाजे और खिड़की को न खोले। ऐसा करने पर आप डेंगू से खुद का और अन्य लोगो को बचा सकते हैं।
शहरी क्षेत्र की रिपोर्ट नगर कौंसिल और ग्रामीण एरिया की रिपोर्ट बीडीपीओ दफ्तर को भेजी जाती है, होता है जुर्माना
डेंगू का लारवा नष्ट करने के लिए 66 टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में जबकि 6 टीमें बरनाला शहर में लगी हुई हैं। एक टीम के कम से कम 2 सदस्य हैं जो घरों, प्लाट, फैक्ट्री आदि में जाते हैं और वहां पर कूड़े-कर्कट या कबाड़ के सामान में खड़े पानी में केमिकल डालकर लारवा चेक करते हैं। अगर वहां पर लारवा मिलता है तो उसे तुरंत नष्ट किया जाता है और इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेजी जाती है। शहरी क्षेत्र की रिपोर्ट नगर कौंसिल व ग्रामीण क्षेत्र की रिपोर्ट बीडीपीओ दफ्तर को भेजी जाती है। जिस घर या फैक्ट्री में लारवा मिलता है, उसका चालान काटकर 200 से 1000 रुपए तक जुर्माना किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का करें पालन : एमडी मेडिसिन
सिविल अस्पताल बरनाला के एमडी मेडिसिन डॉक्टर मेजर कमलजीत सिंह बाजवा ने कहा कि सिविल अस्पताल में वायरल इंफेक्शन और डेंगू के मरीज आते हैं, जिनका इलाज किया जाता है और दवाइयां भी दी जाती हैं। सभी से अपील की जाती है कि हफ्ते में एक बार फ्रिज की ट्रे ,कूलर, पानी की टंकी आदि को सुखाकर साफ करें और उसमें फिर से पानी भरें। इससे डेंगू का लारवा नहीं आता।
अपने घरों की छतों या खुले प्लाॅटों में अगर कहीं बारिश का पानी खड़ा है तो उसे तुरंत हटाएं या उसमें केमिकल डालें। इसके अलावा बुखार, सिरदर्द, शरीर में थकावट आदि होने पर चेकअप जरूर करवाएं। यह डेंगू के लक्षण हो सकते हैं। अगर किसी को भी यह लक्ष्ण नजर आएं तो तुरंत अपनी जांच करवाएं।