यूरिया की कमी पर भड़के किसान
गेहूं की फसल को बीमारी और कीड़ों से बचाने के लिए इस्तेमाल होने वाले यूरिया की कमी का किसानों ने सरकार पर आरोप लगाया है। इसी रोष में क्रांतिकारी किसान यूनियन ने अनाज मंडी में बने मार्कफेड के दफ्तर का गेट बंद कर 5 घंटे तक प्रदर्शन किया। 5 घंटे तक न तो किसी को बाहर आने दिया गया और न ही किसी को अंदर जाने दिया। किसानों ने चेतावनी दी है कि वह अब अपनी फसलों को बचाने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। वहीं अधिकारियों ने उन्हें शनिवार तक यूरिया की किल्लत दूर करवाने का भरोसा दिया है।
किसानों ने कहा कि अगर यह वायदा पूरा नहीं हुआ तो सोमवार से दफ्तर के गेट को अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर धरना लगाएंगे। यूनियन के जिला प्रधान लखवीर सिंह ने बताया कि ब्लॉक शैहना के गांवों में 5000 यूरिया के गट्टों की जरूरत थी लेकिन उन्हें सिर्फ 3000 गट्टे उपलब्ध करवाए गए हैं। पिछले लंबे समय से वह मांग कर रहे हैं लेकिन उनके साथ सिर्फ टालमटोल की जा रही है। किसानों को फसल खराब होने का डर है। बहुत सी फसल में एक बार भी यूरिया का छिड़काव नहीं हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि अब यह धरना पक्के मोर्चे में बदला जाएगा। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक किसी को भी अंदर-बाहर नहीं होने दिया गया। इसके बाद मार्कफेड के अधिकारी मंदीप बराड़ ने किसानों को आश्वासन दिया कि शनिवार तक यह किल्लत दूर कर दी जाएगी। इसके बाद किसानों ने धरना उठाया।