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बीजों में छिपे हेल्थ सीक्रेट्स:तिल आर्थराइटिस के दर्द से राहत देता है और अलसी ब्लड शुगर कंट्रोल करती है; ब्रेस्ट कैंसर का खतरा घटाते हैं कद्दू के बीज

ज्यादातर लोग अपने खानपान में बीजों को न के बराबर शामिल करते हैं। तिल, कद्दू, चिया, अलसी और सूरजमुखी के बीज कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। जैसे- अलसी बीपी और ब्लड शुगर कंट्रोल करती है। चिया सीड्स हृदय रोगों का खतरा घटाते हैं और तिल आर्थराइटिस के मरीजों को राहत देते हैं।

कौन-कौन से बीज डाइट में शामिल किए जा सकते हैं, इन्हें कैसे खाएं और ये किस तरह फायदा पहुंचाते हैं, क्लीनिकल न्यूट्रीशनिस्ट सुरभि पारीक से जानिए इन सवालों के जवाब…

चिया सीड्स के फायदे काफी हद तक अलसी के बीज से मिलते-जुलते हैं। इसमें फायबर, प्रोटीन, ओमेगा-3 फैट, मैग्नीशियम के साथ एंटीऑक्सीडेंट पॉलिफिनॉल पाया जाता है।
एक रिसर्च में सामने आया कि टाइप-2 डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों को 37 ग्राम चिया सीड्स 12 हफ्तों तक रोज देने पर ब्लड शुगर में कमी आई। शरीर में सूजन बढ़ाने वाले रसायनों का लेवल घटा।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसमें मौजूद ओमेगा-3 ब्लड शुगर को घटाने के साथ हृदय रोगों को खतरा भी कम करता है। इसके बीजों को जूस में भिगोकर, स्मूदीज में मिलाकर और दही के साथ खाया जा सकता है।

इसमें फायबर, प्रोटीन, विटामिन-बी, मैग्नीशियम और ओमेगा-3 फैट के अलावा लिगनेंस काफी मात्रा में पाया जाता है। लिगनेंस ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करता है।
एक रिसर्च के मुताबिक, 50 ग्राम तिल रोजाना लेते हैं तो बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर घटाया जा सकता है। आर्थराइटिस से जूझ रहे हैं तो डाइट में तिल को जरूर शामिल करें, यह दर्द को कम करेगा।
तिल को रोस्ट करके खा सकते हैं। इसे सलाद में मिला सकते हैं और लड्‌डू बनाकर भी खा सकते हैं। गुड़ और तिल की चिक्की काफी टेस्टी होती है। इसे घर पर भी तैयार कर सकते हैं।कद्दू के बीजों में मौजूद फायटोस्टेरॉल्स ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। एक रिसर्च के मुताबिक, कद्दू के बीज ब्लैडर में स्टोन का जोखिम भी कम करते हैं।
8 हजार लोगों पर हुई रिसर्च कहती है, जिन महिलाओं ने कद्दू और सूरजमुखी के बीजों का सेवन किया उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा घटा।
कद्दू के बीजों को ऑलिव ऑयल में भूनकर खा सकते हैं।

हायपरटेंशन जर्नल में पब्लिश रिसर्च कहती है, अलसी ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकती है और दिल की बीमारियों का खतरा कम करती है। फायबर अधिक होने के कारण बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है और आंतों में सूजन होने का खतरा घटाती है।
एक्सपर्ट का कहना है, इसे अधिक मात्रा में लेने से बचें। रोजाना 25 ग्राम से अधिक अलसी खाने पर सिरदर्द, सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत हो सकती है।
अलसी के बीज भूनकर, सलाद के साथ, दही और कुकीज-मफींस में मिलाकर खाए जा सकते हैं।

सूरजमुखी के बीजों में प्रोटीन और विटामिन-ई अच्छी मात्रा में पाया जाता है। 6 वयस्कों पर हुई एक रिसर्च में सामने आया है कि इन बीजों को खाने में से शरीर में सूजन घटती है।
ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने में मदद करता है। इसमें फायबर और एंटीऑक्सीडेंट पॉलिफिनॉल है जो पेट के लिए फायदेमंद है और इम्युनिटी बढ़ाता है।
इसके ऊपरी खोल को हटाकर बीज निकालें और भूनकर खा सकते हैं। चाहें तो अलग-अलग तरह की डिशेज में मिलाकर भी खा सकते हैं।

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