करनाल में नहीं हुई धान खरीद:करनाल-असंध मार्ग पर किसानों ने लगाया जाम, जुंडाला अनाज मंडी पर अफसरों ने लगाया ताला तो गुस्साए किसानों ने ट्राली खड़ी कर बंद किया मार्ग
हरियाणा के जिले करनाल की जुंडाला अनाज मंडी में जाने से रोकने पर किसानों ने सड़क के बीच ट्राली खड़ी कर जाम लगा दिया। जाम लगने से लोगों को आने-जाने के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं डीसी निशांत कुमाार यादव और एसपी गंगाराम पुनिया, जिला परिषद के सीईओ गगनदीप सिंह समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने अनाज मंडी का दौरा किया। किसानों ने अपनी परेशानी डीसी के सामने रखा। मीडिया के सामने डीसी ने जो भी पक्ष रखा पीछे से किसानों ने बातकर उन बातों को गलत बताया।
अधिकारियों ने किसानों को जुंडाला अनाज मंडी में जाने से रोकने के लिए तीनों गेटों पर ताला लगा दिया। ऐसे में किसानों की ट्रालियां सड़क के बीच में रहने से जाम की स्थिति बन गई। पहले तो किसानों ने ताला खुलवाने की गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई तो सड़क के बीच ट्राली खड़ी कर रास्ता जाम कर दिया। इससे करनाल से असंध मार्ग पर जुंडला में यातायात बाधित हो गया। लोगों को दूसरे रास्तों से अपने गंतव्य पर जाना पड़ रहा है। सुबह से किसान परेशान है। वहीं मार्केट कमेटी जुंडला के अधिकारी का कहना है कि सरकार के आदेश आए थे कि जिनका 1 और 2 सितंबर का शेड्यूल था उनकी एंट्री की जाए। जो आज आए हैं उनका शेड्यूल नहीं था। आज उनका शेड्यूल तैयार कर दिया जाएगा। इससे अब किसानों केा दिक्कत नहीं होगी।
डीसी ने अफसरों के साथ किया मंडी का दौरा
डीसी निशांत कुमार यादव ने करनाल मंडी में कहा कि जिले में 15 जगहों पर खरीद की जा रही है। लगातार बरसात के कारण धान में 21 प्रतिशत से ज्यादा नमी है। 17 प्रतिशत तक नमी वाली धान की खरीद कर सकते हैं। सुबह कुछ समय दिक्कत आई थी। जिस किसान के पास शेड्यूल नहीं है। वे मोबाइल से कर सकता है। जिस किसान को शेड्यूल नहीं करना आता वे मार्केट कमेटी में जाकर करवा सकता है। आज 15 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हो जाएगी। किसानों की गरज है कि नमी ठीक नहीं है। सरकार के माप दंड तो मानने पड़ेंगे। शाम तक भी नमी 17 प्रतिशत पर आती है तुरंत खरीद कर लेंगे।
किसान सुरेंद्र ने कहा कि पिछले 6 दिन से अनाज मंडी में हैं। पीछे का सारा काम खराब है। नहाना तो दूर खाना भी ठीक से नहीं हो रहा है। डीसी साहब ने जो कहा कि 15 हजार मीट्रिक टन खरीदेंगे। ऐसा अधिकारियों के हालातों से नजर नहीं आ रहा है। किसानों को परेशान करने की बजाय कुछ नहीं है।
मंडी में प्रवेश न मिलने पर किसानों का हंगामा
तीसरे दिन भी अनाज मंडियों में किसान धान की बिक्री नहीं कर पाए। किसानों की ट्रॉलियों को अनाज मंडी में प्रवेश तक नहीं करने दिया गया। जो अंदर दाखिल हुईं, उन्हें कच्ची प्रति देकर भेजा गया। गेट पास न काटे जाने पर किसानों में काफी रोष था। इसको लेकर उन्होंने हंगामा किया। किसानों के रोष को देखते हुए मार्केट कमेटी प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन एक घंटा बीतने के बाद भी किसानों का समाधान नहीं हुआ। मंडी के गेट पर ट्रॉलियों की लंबी लाइनें लग गईं।
किसानों का कहना है कि जब सरकार ने 3 सितंबर से गेहूं खरीद की घोषणा की गई है तो उन्हें गेट पास क्यों नहीं दिया जा रहा। कच्ची पर्ची से उनकी धान को प्राइवेट में खरीदा जाएगा। ऐसे में किसान को काफी नुकसान होगा। किसानों ने प्रशासन व पुलिस से गेट पास कटवाने की गुहार लगाई।
एक किसान ने बताया कि वह रविवार सुबह 5 बजे से अनाज मंडी में अपनी धान लेकर पहुंच गया था, लेकिन यहां पर उसका गेट पास नहीं काटा गया। गेट पास काटने के लिए बैठे कर्मचारी ने उसे मैसेज लाने को कहा। किसान ने समझाया कि धान की फसल का मैसेज नहीं आता। गेहूं की फसल का मैसेज आता है।
सरकार दे जवाब
एक किसान ने बताया की धान की फसल 1 दिन बाद खराब हो जाती है ऐसे में धान की फसल को कटाई के बाद खेत में रोककर नहीं रखा जा सकता। सरकार को धान की फसल पर ऐसी पाबंदी नहीं लगानी चाहिए।
एक बार ही होगी पूरी कटाई
किसान ने बताया कि उसके पास 10 एकड़ जमीन है। धान की फसल को कटवाने के लिए कंबाइन बुलाई मैसेज एक ट्राली का ही आएगा। बाकी फसल का वह क्या करेगा। सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए।
खुद तय कर सकते हैं शेड्यूल
मार्केट कमेटी प्रशासन की तरफ से आए अधिकारी ने बताया कि सरकार ने 1 सितंबर को धान खरीद का शेड्यूल जारी किया था। जिनका मैसेज किसानों पर पहुंचा है। वह आज धान की फसल लेकर आ सकते हैं। 3 का शेड्यूल अभी जारी नहीं हुआ है। आगे का शेड्यूल लगातार जारी कर दिया जाएगा। किसान खुद भी पोर्टल पर जाकर अपना शेड्यूल तैयार कर सकता है।